ताक़त थी हाथ मै होसला दिलाया आपने ,
MANJIL थी सामने रास्ता दिखाया आपने
हम तो सिर्फ़ दोस्त थे, AASHIQ बनाया आप ने
बेहद हदे पार की हमने भी कभी किसी के लिए
आज उसी ने सिखा दिया हद में रहना
मिटटी में मिला दे की जुदा हो नहीं सकता
अब इससे जादा मै तेरा हो नहीं सकता
देहलीज़ पे रख दी है किसी शक्श ने आँखे
रोशन कभी इतना तो दिया हो नहीं सकता

Gam bhari shayari
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उनसे बात नहीं होती
और किसी से बात करने का मन नहीं करता
हमारे रिश्ते को दफन करके जो बढ़ रहे हो
तो एक वादा करोगे मुझेसे
तुम अपने बेटे का नाम मुझपे नहीं रखोगी

कमाल के थे वो जिन्होने जिंदगी तबाह कर दी
और ये भी कमाल की बात है
दिल उनसे खफा अब भी नहीं
मेरे कमरे का वो कोना है याद है मुझे
की यहाँ , जब तू मेरे करीब आया था
मेरी उंगलियों से अपनी उंगलिया उलझाकर
मेरी तरफ देख मुस्कुराया था,
हौले से मुझे अपनी ओर कर
तू लबो को कानो तक लाया था
तू चली गयी तो रह नहीं पाउँगा ये कहकर
तूने मुझे सीने से लगाया था

दिल का गम किसी से बता नहीं पाते
उनसे मोहब्बत तो करते हैं पर भुला नहीं पाते
बस कुछ यादे बची हैं उनके चले जाने की
लाख कोशिश करने के बाद इन यादो को भुला नहीं पाते
ज़िन्दगी ज़ख्मो से भरी है
और उन ज़ख्मो का इलाज हो सिर्फ तुम
बर्बाद करने के और भी रस्ते थे हमें
न जाने उन्हें मोहब्बत का ही ख्याल क्यों आया