वो आज भी online आते है पर अफ़सोस
किसी को के लिए
वो बात बात पे देता है परिंदों की मिशाल
साफ़ साफ़ नहीं कहते मेरा शहर ही छोड़ दो

तेरी तस्वीर से भी मै
अब सवाल पूछता हूँ मत पूछ
किस किस से मैं तेरा हल पूछता हु
आज वक़्त ख़राब है
इसलिए सब हस्ते हुए जा रहे है
थोडा वक़्त तो सही आ जाने तो
सब रोते हुए आयेंगे
अगर इश्क करो तो आदाबएवफ़ा भी सीखो
ये चंददिन की बेकरारी मोहब्बत नहीं होती.💕
Read also – Family shayari
महीनो बाद आज office जा रहे है
अब इस सदमे से बाहर आ रहे है
आपकी बाहों के झूलो में अब हमें चक्कर आ रहे है
शायाद तेरी किस्मत में
मुझसे बेहतर कोई और था

अब खुश रहते है क्योकि पता है
कोई मनाने आएगा ही नहीं
बहुत याद आती है उनकी पायल की झंकार पर
जिसकी सुनहरी आवाज पर हम फ़िदा हो गए

ऐै दिल तु धडकना BAND कर दे
जब तु धुडकता है तो उसकी याद आती है