Shayari on waiting
पलकों पर रूका है ⌚ समन्दर खुमार का,
कितना अजब नशा है😭 तेरे इंतजार का।
मेरी इक उमर कट गई है तेरे इंतज़ार⌚ में,
ऐसे भी हैं कि कट😭 न सकी जिनसे एक रात🙏।
एक रात वो गया था😭 जहाँ बात रोक के,
अब तक रुका हुआ हूँ⌚ वहीं रात रोक के🙏।
किन लफ्जों में लिखूँ मैं अपने इन्तजार ⌚ को तुम्हें,
बेजुबां है इश्क़ मेरा ढूँढता है😭 खामोशी से तुझे🙏।
आँखों को इंतज़ार ⌚की भट्टी पे रख दिया,
मैंने दिये को आँधी😭 की मर्ज़ी पे रख दिया🙏।
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