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आपकी जुल्फों की छाँव के भी
तजुर्बे कुछ अलग रहे,
जब-जब किया आपने साया,
खिलता ही रहा हूँ। मैं
आज भी याद आता हैं
उनकी जुल्फों में खो जाना
दर्द तो इतना मिला था
की दिल हमेशा कहता हैं
कुछ भी कर पर प्यार दुबारा मत करना
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तुम्हारी जुल्फों में खोकर
हमे ख्याल आया
की तुम कोई और नहीं
सिर्फ हमारी ज़िन्दगी हो
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