
चमक रहा हु आज तो
न जाने लोग क्यों परेशान हैं
न जाने कितनी रात मैं सोया नहीं
इन सभी बातो से ये अनजान हैं

कौन कहता हैं की ख्वाब सच्चे नहीं होते
मैंने देखा हैं लोगो को
अपने ख्वाबो के साथ जीते हुए

अभी तो पिंजरे में हु
आसमान की उड़ान बाकी हैं
अभी तो बस सपने देखे हैं
हकीकत में बदलना बाकी हैं

एक बात याद रखना
आपकी सफलता सिर्फ आपकी ज़िन्दगी नहीं
बल्कि आपकी आने वाली
पुश्तों की ज़िन्दगी बदल देगी

बिना सफलता के ज़िन्दगी
ज़िन्दगी ज़िन्दगी नहीं
बल्कि सजा हैं