
जीत एक मंजिल हैं इसे कभी छोटा मत समझो
गिर कर फिर उठो सीखो और सुधार करो
कुछ किये बिना ही गुणगान नहीं होता
हर कोशिश की हार नहीं होती

सपने उन्ही के पुरे होते है
जिनके हौसले बुलंद होते हैं

अगर बार बार गिरकर उठ नहीं सकते
तो सपनो से कहदो अपने औकात में रहे

डरते है लोग की मंजिल मिल नहीं पायेगी
पर समझते नहीं की खोने को रखा क्या हैं

ज़िन्दगी में सफलता उन्ही ने पाया हैं
जिन्होने ज़िन्दगी में सिर्फ धक्का खाया हैं