बड़ा दुःख होता है ये सोचकर
की कोई अपना कहते कहते
सपना हो गए
वो हमारा था ही नहीं फिर भी अपना समझकर
हमने अपने आपको बर्बाद कर लिया

हसीन आँखों को पढ़ने का अब भी शौक़ है मुझको……..
MOHABBAT में उजड़ कर भी मेरी आदत नहीं बदली.
जो दिल आपके नाम से हर पल धड़कता था
आज वही दिल आपका नाम लेकर रो रहा है

बेमतलब… बेफजूल… बेकार नहीं है …!!
नये दौर के रिश्तें है साहब… बस वफादार नहीं है …!!
अब हिचकिया आती है तो पानी पे लेते है
अब वहम छोड़ दिया है की आप याद करते हो
गुज़र जाते हैं …..खूबसूरत लम्हें ….यूं ही मुसाफिरों की तरह….
यादें वहीं खडी रह जाती हैं …..रूके रास्तों की तरह….
जहा हमारी कदर नहीं
वहा हम रहना बिलकुल पसंद नहीं करते
चाहे वो तेरा घर हो या
तेरा दिल

MOHABBAT करने वालों की कमी नहीं है दुनिया में ,
अकाल तो निभाने वालों का पडा है ”SAHAB
अपनी सच्ची मोहब्बत पर इतना भरोसा है मुझको
मेरी हर वफ़ा तुझे किसी और का होने न देंगी