हर दिन बीत जाता है सुहानी यादें बन कर
बातें रह जाती है कहानिया बन कर
पर प्यार तो हमेशा दिल के करीब रहता है
कभी मुश्कान तो कभी आँखों का पानी बन कर
तेरे बाद हम जिसके होंगे
उस रिश्ते का नाम मजबूरी होगा

मै कुछ “कहूँ”…और TERA”ज़िक्र” ना हो…”उफ़्फ़”….
ये तो “तौहीन” होगी…मेरी “CHAHAT” की…
दुनिया खरीद लेगी हर मोड़ पर तुम्हे
तुमने अपना ज़मीर बेच कर बिलकुल अच्छा नहीं किया
न तेरा साथ है न किसी और की आस है
मन कई दिनों से यूं ही उदास है
चेहरे की हँसी तो बस दिखावे के खातिर है दोस्त
वर्ना दर्द तो इतना है की कभी कभी आसू रोके नहीं जाते
न जाने इतना दर्द क्यों देती है ये मोहब्बत
की हँसता हुआ इंसान भी मौत मांगता है

मालूम सबको हैं, ज़िंदगी बे-हाल है..
लोग फ़िर भी पूछते हैं, क्या हाल है ??
खुद बदले तो हम भी कौन से पुराने से रहे
तुम आने से रहे तो हम भी क्यों बुलाने से रहे
तुम्हारी आखों ने ही बता दिया तुम्हारी मोहब्बत का राज
हर पल प्यार जाताना ही सच्चा प्यार नहीं होता

मैने “पढी” है…हजारो “आशिको” की…”किताबे”….
किसी मै नही “लिखा”…मैरा “PYAR”…मुझे “मिला”.